कुमुदिनी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कुमुदिनी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. कुईं । कोईं
२. वह स्थान जहाँ कुमुद हों । उ॰—कहुँ सैवालन मध्य कुमुदिनी लगि रहि पाँतिन । —भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ४५४ । विशेष— इस शब्द के साथ 'पति' वाची शब्द जोड़ने से जो समस्त शब्द बनते हैं वे चंद्रमा का अर्थ देते हैं ।