गड़बड़
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]गड़बड़ ^१ वि॰ [हिं गड़ = गड्ढा + बड़ = बड़ा, ऊचाँ] [वि॰ गड़- बड़िया]
१. ऊँचा नीचा । असमतल । जैसे,—गड़बड़ रास्ते से मत चलो ।
२. क्रमविहीन । अस्तव्यस्त । अंडबंड । ऊटपटाँग । अनियमित । बेठिकाने का । बेठीक । जैसे,—उसका सब काम गड़बड़ होता है ।
गड़बड़ ^२पु संज्ञा पुं॰ [देशी गडवड]
१. क्रमभंग । गोलमाल । ऊटपटाँग कार्रवाई । नियमविरुद्ध कार्य । अव्यवस्था । कुप्रबंध । जैसे,—हमने सब ठीक कर दिया है, अब इसमें गड़— बड़ मत करना । यौ॰—गड़बड़घोटाला=दे॰ 'गड़बड़झाला' । गड़बड़झाला = क्रमभंग । गोलमाल । अव्यवस्था । ऊटपटाँग काम । गड़बड़ा- ध्याय = दे॰ 'गड़बड़झाला' ।
२. उपद्रव । दंगा । जैसे,—यहाँ गड़बड़ मत करो, चलो । क्रि॰ प्र॰—करना ।—मचना ।—होना ।
३. (रोग आदि का) उपद्रव । आपात्ति । जैसे,—शहर में आज— कल बड़ा गड़बड़ है, मत जाओ । विशेष—कोई कोई इस शब्द को स्त्रीलिंग भी बोलते हैं ।