गायब

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

गायब ^१ वि॰ [अ॰ ग़ायब] लुप्त । अंतर्धान । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । यौ॰—गायब गुल्ला = ऐसा लुप्त कि फिर पता न लगे । मुहा॰—गायब करना = चुरा लेना । उड़ा लेना । जैसे,—वह देखते ही देखते चीज गायब कर लेता है । गायब होना = चोरी जाना ।

गायब ^२ संज्ञा पुं॰ [अ॰] शतरंज खेलने का एक प्रकार । विशेष—इसमें शतरंज की बिसात से परोक्ष में बैठकर खेलते हैं । इस खेल में बिसात या तो किसी कोठरी में अथवा अन्यत्र आड़ में बिछी रहती है अथवा खेलाड़ी बिसात की ओर पीठ करके बैठते हैं ऐर दूसरे आदमी उनके आज्ञानुसार मुहरों को चलते हैं । क्रि॰ प्र॰—खेलना ।