गिनना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]गिनना क्रि॰ सं॰ [सं॰ गणन]
१. वस्तुओँ को समूह से तथा एक दूसरी से अलग अलग करके उनकी संख्या निश्चित करना । गणना करना । शुमार करना । संयो॰— जाना ।— ड़ालना ।—देना ।—रखना । —लेना । मुहा॰— गिन गिनकर सुनाना या गलियाँ देना । = बहुत अधिक गालिय देना । गिन गिनकर मारना या लगाना = खूब पीटना । गिर गिनकर दिन काटना = बुहत कष्ट से समय बिताना । गिन गिनकर पैर रखाना = बहुत धीरे धीरे और सावधानता से चलना । गिन देना = तुरत हिसाब चुकता करना । तुरंत रुपए गिन देना । जैसे-देखा ? एक फटकार पर उसके रुपए गिन दिए । गिने गिनाए = थोड़े से । संख्या में बहुत कम । दिन गिनना = (१) आशा में समय बिताना । सुख की प्राप्ति या दुःख की निवृत्ति के अवसर की ऊब ऊबकर प्रतिक्षा करना । उ॰— दिन औधि के कौ लौं गिनौं सजनी अँगुरीन के पोरन छाले परे । —ठाकुर (शब्द॰) । (२) किसी प्रकार कालक्षेप करना ।
२. गणित करना । हिसाब लगाना । जैसे,—ज्योतिषी ने गिन गिनाकार कह दिया है कि मुहूर्त इच्छा है ।
३. कुछ महत्व का समझना । मान करना । प्रतिष्ठा करना । कुछ समझना खातिर में लागा । जैसे —वाहाँ तुम्हारे ऐसों की गिनता कौन है ?