चिट्ठी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चिट्ठी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ चिट]
१. वह कागज जिसपर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने से लिये किसी प्रकार का समाचार आदि लिखा हो । पत्र । खत । क्रि॰ प्र॰—देना ।—भेजना ।—मँगाना ।—पढ़ना, आदि । यौ॰—चिट्ठीरसाँ । चिट्ठी पत्री ।
२. वह छोटा पुरजा जो किसी माल विशेषतः कपड़े आदि के साथ रहता है और जिसपर उस माल का दाम लिखा रहता है ।
३. वह छोटा पुरजा या कागज जिसपर कुछ लिखा हो ।
४. एक क्रिया जिसके द्वारा यह निश्चय किया जाता है कि कोई माल पाने या कोई काम करने का अधिकारी कौन बनाया जाय । विशेष—जितने आदमी अधिकारी बनने योग्य होते हैं उन सब के नाम या संकेत अलग अलग कागज के छोटे टुकड़ों पर लिखकर उनकी गोलियाँ एक में मिलाकर उनमें से कोई एक गोली उठा ली जाती है । जिसेके नाम की गोली निकलती है वह उसी माल के पाने या काम करने का अधिकारी समझा जाता है । इस क्रिया से लोग प्रायः यह भी निश्चय किया करते हैं कि कोई काम (जैसे, विवाह आदि) करना चाहिए या नहीं । क्रि॰ प्र॰—उठाना ।—डालना ।—पड़ना ।
५. किसी बात का आज्ञपात्र ।