छबि
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]छबि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ छवि] शोभा । कांति । दे॰ 'छवि' । उ॰— सो को कबि छबि कहि सकै ता छन जमुना नीर की ।— भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ५४४ । यौ॰—छविकद = शोभा का पुंज । अत्यंत सुंदर । उ॰—पियत भए सुंदर नँदनंद । मुसकत जात मंद छबिकंद ।—नंद ग्रं॰, पृ॰ २३८ । छबिरास = दे॰ 'छबिकंद' । उ॰—रोवत आँसू रकत को, इंद्रावति छबिरास ।—इंद्रा॰, पृ॰ ८९ ।