जरदुश्त
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जरदुश्त स्त्री॰ पुं॰ [फ़ा॰ जरदुश्त; मि॰ सं॰ जरदष्टि (=दीर्घजीवी, वुद्ध); अथवा सं॰ जरत्त्वष्ट्ट (=एक ऋषि)] फारस देश के प्राचीन पारसी धर्म के प्रतिष्ठाता एक आचार्य । विशेष—ये ईसा से ६ सौ वर्ष पूर्व ईरान के शाह गुश्ताश्प के समय में हुए थे । इन्होंने सूर्य और अग्नि की पूजा की प्रथा चलाई थी और पारसियों का प्रसिद्ध धर्मग्रंथ 'जंद अवस्था' (जंद अवेस्ता) बनाया था । ये 'मीनु चेह्न' के वंशज और यूनान के प्रसिद्ध हकीम 'फीसा गोरस' के शिष्य थे । शाहनामे में लिखा है कि जरदुश्त तूरानियों के हाथ से मारे गए थे । इनको जरतुश्त और जरथुस्त्र भी कहते हैं ।