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जेवर

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जेवर ^१ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ जेवर] धातु या रत्नों आदि की बनी हुई वह वस्तु जो शोभा के लिये अंगों में पहनी जाती है । गहना । आभूषण । अलंकार । आभरण ।

जेवर ^२ पुं॰ [देश॰] एक प्रकार का महोख पक्षी जिसे जघी या सिंध मोनाल भी कहते हैं । विशेष—यह शिमले में बहुत पाया जाता है ।

जेवर ^३ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'जेवरी' ।