टोप
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]टोप ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ तोपना ( = ढाँकवा)]
१. बडी़ टोपी । सिर का बडा़ पहनावा । उ॰—सुँदर सीध सनाह करि तोष दियौ सिर टोप ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ७४० । यौ॰—कवटोप ।
२. सिर की रक्षा के लिये लडा़ई में पहनने की लोहै की टोपी । शिरस्त्राण । खोद । कूँड़ ।
३. खोल । गिलाफ ।
४. अंगुश्ताना ।
टोप ^२ † संज्ञा पुं॰ [अनु॰ टप टप या सं॰ स्तोक] बूँद । कतरा । यौ॰—टोप टोप = बूँद बूँद ।