ठहराना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ठहराना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ ठहरना का प्रे॰ रूप]
१. चलने से रोकना । गति बंद करना । स्थिति कराना । जैसे,—(क) वह चला जा रहा है उसे ठहराओ । (ख) यह चलता हुआ पहिया ठहरा दो ।
ठहराना पु † ^२ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ ठहरना] रुकना । टिकना । स्थिर होना । उ॰—(क) रूप दुपहरी छाँह कब ठहरानी इक ठौर ।—स॰ सप्तक, पृ॰ १८३ । (ख) जबै आऊँ साधु संगति कछुक मन ठहराइ ।—सूर (शब्द॰) ।