तागा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तागा संज्ञा पुं॰ [सं॰ तार्कव, प्रा॰ ताग्गो, प॰ हिं॰ तागो]
१. रूई, रेशम आदि का वह अंश जो तकले आदि पर बटने से लंबी रेखा रूप में निकलता है । सूत । डोरा । धागा । क्रि॰ प्र॰—डालना ।—पिरोना । मुहा॰—तागा डालना = सिलाई के द्वारा तागा फँसाना । दूर दूर पर सिलाई करना । तागना ।
२. वह कर या महसूल जो प्रति मनुष्य के हिसाब सो लगे । विशेष—मनुष्य करधनी, जनेऊ आदि पहनते हैं; इसी से यह अथ लिया गया है ।