सामग्री पर जाएँ

त्रय

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

त्रय ^१ वि॰ [सं॰]

१. तीन । उ॰— महाधोर त्रय ताप न जरई ।— तुलसी (शब्द॰) ।

२. तीसरा ।

त्रय पु ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'त्रिया' । उ॰—त्रय जोरै कर हथ्थ को चीन संभरि वै राइ ।— पृ॰ रा॰ २५ । ७३० ।