पर्वतमाला

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पर्वतमाला संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] पर्वतों की श्रृंखला । पहाड़ों का सिलसिला जो दूर तक फैला रहता है । उ॰—हिंदुस्तान के उत्तर में, उत्तरपच्छिम और उत्तरपूरब में, मध्य हिंद में और पच्छिम में तमान कोंकर और मलावार तट पर जो पर्वतमालाएँ हैं, उन्होंने सभ्यता पर एक और प्रभाव डाला है ।— हिंदु॰ सभ्यता, पृ॰ १४ ।