बदलना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]बदलना ^१ क्रि॰ अ॰ [अ॰ बदल + हि॰ ना (प्रत्य॰)]
१. और का ओर होना । जैसा रहा हो उससे भिन्न हो जाना । परिवर्तन होना । जैसे—(क) इतने ही दिनों में उसकी शकल बदल गई । (ख) इसका रंग बदल गया । सयो॰ क्रि॰—जाना ।
२. एक स्थान पर दुसरा हो जाना । जहां जो वस्तु रही हो वहां वह न रहकर दूसरी वस्तु आ जाना । जैसे,—(क) मेरा छाता बदल गया । (ख)फाटक पर पहरा बदल गया । मुहा॰— किसी से बदल जाना=किसी के पास अपनी चीज चली जाना ओर अपने पास उसकी चीज आ जाना । जैसे,— यह मेरा छाता नहीं है, किसी से बदल गया है । (वास्तव में 'किसी' से अभिप्राय किसी की वस्तु से है) ।
३. एक स्थान से दूसरे स्थान पर नियुक्त होना । एक जगह से दूसरी जगह तैनात होना । जैसे,—वह कलक्टर यहाँ से बदल गया । संयो॰ क्रि॰—जाना ।
बदलना ^२ क्रि॰ स॰
१. और का और करना । जैसा रहा हो उससे भिन्न करना । परिवर्तन करना । संयों॰ क्रि॰—डालना ।— देना ।
२. एक के स्थान पर दूसरा करना । जिस स्थान पर या जिस व्यवहार में जो बस्तु रही हो उसे न रखकर दूसरी रखना या उपस्थित करना । एक वस्तु के स्थान की पूर्ति दूसरी वस्तु से करना । जैसे, घर बदलना, कपड़ा बदलना । संयों॰ क्रि॰—डालना ।— देना । मुहा॰—बात बदलना=पहले एक बात कहकर फिर उसके विरुद्ध दूसरी बात कहना ।
३. एक वस्तु देकर दूसरी वस्तु लेना या एक वस्तु लेकर दूसरी वस्तु देना । विनिमय करना । जैसे—(क) खोटा रुपया बदलना । (ख) चादी बदलकर सोना लेना । संयो॰ क्रि॰—देना ।—लेना ।