महताब
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]महताब ^१ संज्ञा स्त्री॰ [फ़ा॰ (तुल॰ सं॰ महत् + आभ ?)]
१. चाँदनी । चंद्रिका । उ॰—मोद मदमाती मन मोहन मिलै के काज साजि मणि मंदिर मनोज कैसी महताब ।—पद्माकर (शब्द॰) ।
२. एक प्रकार की आतिशबाजी । दे॰ 'महताबी' । उ॰—(क) जब चंद नखायली देखि चप्यो तब जोति किती महताब में है ।—कमलापति (शब्द॰) । (ख) चाँदनी मैं कवि संभु मनो चहुँ ओर विराजि रही महताबैं ।—शंभु (शब्द॰) ।
३. जहाज पर रात के समय संकेत के लिये होनेवाली एक प्रकार की नीली रोशनी जो काठ की एक नली में कुछ मसाले भरकर जलाई जाती है । (लश॰) ।
महताब ^२ संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰]
१. चाँद । चंद्रमा । शशि । उ॰— आई वारबधू छबि छाई ऐसी गाँउ बोच, जाके मुख आगे दबै जोति महताब की ।—रघुनाथ (शब्द॰) ।
२. एक प्रकार का जंगली कौआ । मूतरी । महालत ।