मीठा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मीठा ^१ वि॰ [सं॰ मिष्ट, प्रा॰ मिट्ठ] [वि॰ स्त्री॰ मीठी]
१. जो स्वाद में मयुर और प्रिय हो । चीनी या शहद आदि के स्वादवाला । 'खट्टा' या 'नमकीन' का उलटा । मधुर । जैसे,— (क) जितना गुड़ डालोगे उतना, मीठा होगा । (ख)यह आम बहुत मीठा है । मुहा॰—मीठा और कठौता भर=अच्छा भी और अधिक भी । जो चीज अच्छी होती है वह अधिक मात्रा में नहीं मिलती । उ॰— मीठो अरु कठवति भरो रौताई अरु खेम ।— तुलसी ग्रं॰, पृ॰ ८८ । मीठा होना=किसी प्रकार के लाभ या आनंद आदि की प्राप्ति होना । अपने पक्ष में कुछ भलाई होना । जैसे,— हमें ऐसा क्या मीठा है, जो हम नित्य दौड़ दौड़कर तुम्हारे पास आया करें ।
२. जिसका स्वाद बहुत अच्छा हो । स्वादिष्ट । जायकेदार । जैसे, मीठा मीठा हप, कड़ुआ कड़ुआ थू ।
३. धीमा । सुस्त । जैसे,— यह घोड़ा कुछ मीठा चलता है ।
४. जो बहुत अच्छ ा न हो । साधारण या मध्यम श्रेणी का । मामूली ।
५. जो तीव्र या अधिक न हो । हलका । मद्धिम । मंद । जैसे,—आज सबेरे से पेट में मीठा मीठा दर्द हो रहा है । यौ॰—मीठा मीठा= हलका हलका । मंद । जैसे, दर्द ।
६. जिसमें पुंस्त्व न हो, या कम हो । नामर्द । नपुंसक ।
७. जो गुदाभंजन कराता हो । औंधा ।
८. जो बहुत अधिक सुशील हो । किसी का कुछ भी अनिष्ट न करनेवाला । बहुत अधिक सीधा । जैसे,— इतने मीठे न बनो कि कोई चट कर जाय ।
९. प्रिय । रुचिकर । जैसे, मीठे वचन, मीठी बात । उ॰— वह चाहता है कि हम सबसे मीठे बने रहें ।
मीठा ^२ संज्ञा पुं॰
१. मीठा खाद्यपदार्थ । मिठाई ।
२. गुड़ ।
३. हलुआ ।
४. एक प्रकार का कपड़ा जो प्रायः मुसलमान लोग पहनते हैं और जिसे शीरींबाफ भी कहते हैं ।
५. मीठा तेलिया । बछनाग नामक विष ।
६. मीठा नीबू ।
मीठा अमृतफल संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+अमृतफल] मीठा चकोतरा ।
मीठा आलू संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+आलू] शकरकंद ।
मीठा इंद्रजौ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+इंद्रजी] कृष्ण कुटज । काली कुड़ा ।
मीठा कद् दू संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+कद् दू] कुम्हड़ा ।
मीठा गोखरू संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+गोखरू] छोटा गोखरू ।
मीठा जहर संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीटा+अ॰ जहर] वत्सनाभ । बछनाग विष ।
मीठा जीरा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+जीरा]
१. काला जीरा ।
२. सौंफ ।
मीठा ठग संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+ठग] झूठा और कपटी मित्र । जो ऊपर से मिला रहे, पर धोखा दे ।
मीठा तंबाकू संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+तंबाकू] तंबाकू जो कड़ी न हो । तीखापन दूर करने के लिये जूसी मिली तंबाकू ।
मीठा तेल संज्ञा पुं॰ [हिं॰मीठा+ तेल]
१. तिल का तेल ।
२. पोस्ते के दाने या खसखस का तेल ।
मीठा तेलिया संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+तेलिया] बछनाग । वत्सनाभ विष ।
मीठा नीबू संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+नीबू] जमीरी नीबू । चकोतरा ।
मीठा नीम संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+नीम] एक प्रकार का छोटा वृक्ष जो प्रायः सारे भारत में पाया और कहीं कहीं लगाया जाता है । विशेष— इसमें एक प्रकार की मीठी गंध निकलती है । इसकी छाल पतली और खाकी रंग की होती है और पत्ते बकायन या नीम के पत्तों के समान होते हैं । इसके फल भी नीम के फल के ही समान होते हैं जो कच्चे रहने पर हरे, और पकने पर काले हो जाते हैं । इनमें दो बीज रहते हैं । चैत बैसाख में इसके गुच्छों में छोटे छोटे फूल लगते है । इसकी जड़, छाल और पत्तियाँ औषध के रूप में काम आती हैं । वैद्यक में इसे चरपरा, कड़ुआ, कसैला और दाह, बवासीर, शूल आदि का नाशक माना गया है ।
मीठा पानी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा +पानी] नीबू का अँगरेजी सत मिला हुआ पानी जो बाजारों में बंद बोतलों में मिलता है । लेमनेड ।
मीठा पोइया संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+ पोइया] घोड़े की वह चाल जो न बहुत तेज हो और न बहुत धीमी ।
मीठा प्रमेह संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+सं॰ प्रमेह] मधुमेह ।
मीठा बरस संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+बरस] स्त्रियों की अवस्था का अठारहवाँ और कुछ लोगों के विचार से तेरहवाँ बरस जो उनके लिये कठिन समझा जाता है । मीठा साल ।
मीठा भात संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+ भात] दे॰ 'मीठा चावल' ।
मीठा विष संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठ+सं॰ विष] वत्सनाभ । बछनाग ।
मीठा साल संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मीठा+फ़ा॰ साल] दे॰ 'मीठा बरस' ।