सामग्री पर जाएँ

रूप्य

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

रूप्य ^२ संज्ञा पुं॰

१. रूपा । चाँदी ।

२. सोने या चाँदी का मुहर लगा सिक्का । जैसे—रुपया, गिन्नी आदि (को॰) ।

३. अंजन । सुरमा (को॰) ।

४. परिष्कृत स्वर्ण । तपाया हुआ सोना (को॰) । यौ॰—रूप्यद = चाँदी देनेवाला । रूप्यधौत = रजत । चाँदी । रूप्यशतमान = साढ़े तीन पल की एक तौल ।