रेती
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रेती ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रेतना] रेतने का औजार । विशेष—यह लोहे का एक मोटा फल होता है जिसपर खुरदरे दाने से उभरे रहते हैं और जिसे किसी वस्तु पर रगड़ने से उसके महीन कण छूटकर गिरते हैं । इससे सतह चिकनी और बराबर करते हैं ।
रेती ^२ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ रेत + ई (प्रत्य॰)]
१. नदी या समुद्र के किनारें पड़ी हुई बलुई जमीन । बालू का मैदान जो नदी या समुद्र के किनारे हो । बलुवा किनारा । उ॰—खेलत रही सहेली सेंती । पाट जाइ लागा तेहि रेती ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. नदी की धारा के बीचोबीच टापू की तरह की बलुई जमीन जो पानी घटने पर निकल आती है । नदी का द्वीप । जैसे,—गंग ा जी में इस साल रेती पड़ जाने से दो धाराएँ हो गई हैं । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।