रोजा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रोजा संज्ञा पुं॰ [फा़॰ रोज़द्]
१. व्रत । उपवास ।
२. वह व्रत जो मुसलमान रमजान के महीने से ३० दिन तक रहते हैं और जिसका अंत होने पर ईद होती है । क्रि॰ प्र॰—रखना । मुहा॰—रोजा टुटना =व्रत खँडित होना । व्रत का निर्वाह न हो पाना । रोजा तोड़ना =व्रत खंडित करना । व्रत पूरा न करना । रोजा खोलना =दिन भर रहकर शाम को पहले पहल कुछ खाना ।