वकील
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वकील संज्ञा पुं॰ [अ॰]
१. दूसरे के काम को उसकी ओर से करने का भार लेनेवाला ।
२. दूसरे का संदेसा ले जाकर उसपर जोर देनेवाला । दूत ।
३. राजदूत । एलची । उ॰—सूरज कही नवाब के है आनंद सरीर । तब वकील बिनती करी कृपा पाइ जदुबीर ।—सूदन (शब्द॰) ।
४. प्रतिनिधि ।
५. दूसरे का पक्ष मंडन करनेवाला । दूसरे की ओर से उसके अनुकुल बात करनेवाला ।
६. कानून के अनुसार वह आदमी जिसने वकालत की परीक्षा पास की हो और जिसे हाईकोर्ट की ओर से अधिकार मिला हो कि वह अदालतों में मुद्दई या मुद्दालैह की ओर से बहस करे ।