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विसर्ग

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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विसर्ग संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. दान ।

२. त्याग ।

३. मल का त्याग करना । शौच ।

४. व्याकरण के अनुसार एक वर्ण जिसमें ऊपर नीचे दो बिंदु होते हैं और जिनका उच्चारण प्रायः अर्ध ह् के समान होता है । इसका रूप यह (:) होता है ।

५. सूर्य का एक अयन ।

६. मोक्ष ।

७. मृत्यु ।

८. प्रलय ।

९. वियोग । विछोह ।

१०. दीप्ति । चमक ।

११. सूर्य का दक्षिणायन । वर्षा, शरद और हेमंत ये तीनों ऋतुएँ ।

१२. भेजना । प्रेषण । विसर्जन । (को॰) ।

१३. गिराना । उड़ेलना । बूँद बूंद करके गिराना (को॰) ।

१४. क्षेपण । डालना । फैंकना (को॰) ।

१५. निर्माण । रचना (को॰) ।

१६. शिश्न (को॰) ।

१७. सृष्टि का व्यापार (को॰) ।

१८. शिव का नाम (को॰) ।