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शान

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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शान ^१ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰]

१. तड़क भड़क । ठाट बाट । सजावट । जैसे,—कल बड़ी शान से सवारी निकली थी । यौ॰—शान व शौकत = दे॰ शानशौकत । उ॰—वह उनकी शान व शौकत का कायल होगा ।—प्रेमघन॰, भा॰, २, पृ॰ १७६ । शान शौकत ।

२. गर्वीली चेष्टा । ठसक । जैसे,—यह घोड़ा बड़ी शान से चलता है ।

३. भव्यता । विशालता । चमत्कार ।

४. शक्ति । करामात । विभूति । ऐश्र्वर्य । जैसे—खुदा की शान ।

५. श्रेष्ठता । बुजुर्गी । गौरव (को॰) ।

६. प्रतिष्ठा । इज्जत । मानमर्यादा । मुहा॰—शान जाना = अप्रतिष्ठा होना । मान भंग होना । शान घटना = इज्जत में कमी होना । बड़प्पन में कमी होना । शान बरसना = गौरव व्यक्त होना । शान मारी जाना = दे॰ 'शान जाना' । शान में बट्टा लगना = दे॰ 'शान घटना' । किसी की शान में = किसी बड़े के संबंध में । किसा के प्रति या किसी के बिषय में । जैसे,—उनकी शान में ऐसी बात नहीं कहनी चाहए ।

शान ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] शरण । सान ।

२. कसौटी । निकषोपल (को॰) ।