सतरंज संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ शतरंज या सं॰ चतुरङ्ग] दे॰ 'शतरंज' । उ॰—सतरंज को सो राज काठ को सब समाज महाराज बाजी रची प्रथमन हति ।—तुलसी (शब्द॰) ।