सिन
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]सिन ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. शरीर । देह ।
२. वस्त्र । पहनावा ।
३. ग्रास । कौर ।
४. कुंभी का पेड़ जो हिमालय की तराई में होता है और जिसकी छाल का काढ़ा आम और अतीसार में दिया जाता है ।
सिन ^२ वि॰
१. काना । एक आँख का ।
२. सित । श्वेत ।
सिन ^३ संज्ञा पुं॰ [अ॰] अम्र । अवस्था । वयस । उ॰—कहाँ यह जबानी फिर य सिन ।—प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ॰ ४०८ ।
२. दशन । दंत । दाँत (को॰) । यौ॰—सिनरसीद = वृद्ध । गतायु । बूढ़ा । सिनरसीदी = बुढ़ौती । बुढ़ापा । वृद्धावस्था । मुहा॰—सिन को पहुँचना = सयाना होना । वयस्क होना । सिन या सिन से उतरना = जवानी ढलना ।