सेँवई संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ सेविका] मैदे के सुखाए हुए सूत के लच्छे जो घी में तलकर और दूध में पकाकर खाए जाते हैं । मुहा॰—सेँवई पूरना या बटना = गुँधे हुए मैदे को हथेलियों से से रगड़ रगड़कर सूत के आकार में बढ़ाते जाना ।