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स्नेह

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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स्नेह संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. प्रेम । प्रणय । प्यार । मुहब्बत ।

२. चिकना पदार्थ । चिकनाहटवाली चीज । जैसे, घी, तेल, चरबी आदि; विशेषतः तेल ।

३. कोमलता ।

४. एक प्रकार का राग जो हनुमत के मत से हिंडोल राग का पुत्र है ।

५. सरसों ।

६. सिर के अंदर का गुदा । भेजा ।

७. दुध पर की साड़ी । मलाई ।

८. आर्द्रता । नमी (को॰) ।

९. शरीर के भीतर का कोई प्रवाही द्रव्य । जैसे, वीर्य (को॰) ।