हदीस संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] मुसलमानों का वह धर्मग्रंथ जिसमें मुहम्मद साहब के कार्यों के वृत्तांत और भिन्न भिन्न अवसरों पर कहे हुए वचनों का संग्रह है और जिसका व्यवहार बहुत कुछ स्मृति के रूप में होता है ।