अँगरी

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँगरी पु † संज्ञा स्त्री॰ [ सं॰ अङ्ग + री ] कवच । झिलम । बख्तर । बक्तर । उ॰— अँगरी पहिरि कूँडी सिर धरहीं । फरसा बाँस सेल सम करहीं ।—मानस, २ । १९१ ।

अँगरी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [ सं॰ अङ्गरीय ] उँगलियों को धनुष की रगड़ से बचाने के लिये गोह के चमडे का दस्ताना । अंगुलित्नाण ।