अँगवना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अँगवना पु † क्रि॰ स॰ [ सं॰ अङ्ग से नाम ]
१. अंगीकार करना स्वीकार करना । उ॰— दीप पतँग होइ अँगएउ आगी ।— जायसी ग्रं॰, ( गुप्त ), पृ॰ ३२८ ।
२. ओढना । अपने सिर पर लेना ।
३. सहना । बरदाश्त करना । उ॰— अपना घर सुख छाडि़ के अँगवै दुख को भार ।—कबीर श॰, भा॰ ४, पृ॰ २७ ।
४. उठाना । उ॰— धरती भार न अँगवै पाँव धरत उठ हाल । कूर्म टूट मुँह फाटी तिन हस्तिन की चाल ।—जायसी ( शब्द॰ ) ।