अँधरी

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँधरी ^१ † संज्ञा स्त्री॰ [हि॰ अँधरा+ई (प्रत्य॰)] अँधी । अँधी स्त्रो ।

अँधरी ^२ † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ आधारित, प्रा॰ आधारिअ>आधरी>अँधरी] पहिए की पुंट्टीयों अर्थात् गोलाई को पुरा करनेवाली धनुषाकार लकड़ियों की चूल जो दूसरी पुट्ठी के भीतर ऐसे धुसी रहती है कि ऊपर से मालूम नहीं देती ।