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अँधार

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अँधार ^१ पु † संज्ञा पुं [सं॰ अन्धकार, प्रा॰ अंधार] अंधकार । तम । अँधेरा । अँधियारा । उ॰—मृगनैनी कामिनि बिना लागत सबै अँधार ।—ब्रज॰ ग्रं॰, पृ॰ ९९ ।

अँधार ^२ पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ आधार=सहारा] रस्सी का जाल जिसमें घास भूसा आदि भरकर बैल की पीठ पर लादते हैं ।