अंगिर्

विक्षनरी से

संज्ञा पुल्लिंग

  1. एक ऋषि जिन्होंने अथर्वण ऋषि से ब्रह्मविद्या प्राप्त की थी। अंगिरस् के गुरु सत्यावाह इनके शिष्य थे।

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंगिर् संज्ञा पुं॰ [सं॰ अंगिर्] एक ऋषि जिन्होंने अथर्वण ऋषि से ब्रह्मविद्या प्राप्त की थी । अंगिरस् के गुरु सत्यावाह इनके शिष्य थे [को॰] ।