अंछर

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंछर संज्ञा पुं॰ [सं॰ अक्षर]

१. मुँह के भीतर का एक रोग जिसमें काँटे से उभर आते हैं ।

२. अक्षर ।

३. मंत्र । टोना । जादु । मुहा॰—अंछर मारना = जादु करना । टोना करना । मंत्रप्रयोग करना । उ॰—मेरे अंछर मारि परान लिए, सुध लाग रही भइ बावरिया ।—गीत (शब्द॰) ।