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अंजनी

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंजनी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अञ्जनी]

१. हनुमान की माता अंजना । उ॰—दुत राम राय को स्पुत पुत पौन को तु, अंजनी को नंदन, प्रताप भुरि भानु सो ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ २४८ ।

२. माया ।

३. वह स्त्री जिसने चंदनादि का लेप लगाया हो ।

४. एक काष्ठौषधि । कुटकी ।

५. कालांजन नामक वृक्ष (को॰) । ६ आँख की पलक की फुंसी । बिलनी ।