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अंडकोश

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंडकोश संज्ञा पुं॰. [सं॰. अण्डकोश]

१. लिंगेंद्रिय के नीचे चमड़े की वह दोहरी थैली जिसमें वीर्यवाहिनी नसें और दोनों गुठलियाँ रहती है । दूध पीकर पलनेवाले उन समस्त जीवों को यह कोश वा थैली होती है जिनके दोनों अंड वा गुठलियाँ पेड़ू से बाहर होती हैं । फोता । खुशिया । आँड़ । बैजा । बृषण ।

२. ब्रह्मांड । लोकमंडल । संपूर्ण विश्व । उ॰—जा बल सीस धरत सहसानन । अंडकोश समेत गिरि कानन ।—तुलसी (शब्द॰.) ।

३. सीमा । हद ।

४. फल का छिलका । फल के ऊपर का बोकला ।

५. फल (को॰.) ।