अंडबंड

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अंडबंड संज्ञा पुं. [सं. अकाण्डविकाण्ड प्रा॰, अंड विअंड]

१. असंबद्ध प्रलाप । बेसिर पैर की बात । ऊटपटाँग । अनाप शनाप । अगड़बगड़ । व्यर्थ की बात ।

२. गाली । बुरी बात । अपशब्द । क्रि॰. प्र॰.—कहना ।—बकना ।—बोलना ।

अंडबंड ^२ वि॰. असंबद्ध । बे सिर पैर का । इधर उधर का । अस्त- व्यस्त । व्यर्थ का । प्रयोजन रहित । उ.—'जब उसने उन प्रश्नों के उत्तर अंडबंड दिए तो उसपर... ।'—भारतदु ग्रं॰., भा॰.१, पृ॰. १६७ ।