अंतरबरन
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंतरबरन संज्ञा पुं॰ [सं॰ अन्तर+वर्ण] बीच के अक्षर । उ॰—या कबित्त अंतरबरन लै तुकंत द्वै छंडि ।—भिखारी ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १६ ।
अंतरबरन संज्ञा पुं॰ [सं॰ अन्तर+वर्ण] बीच के अक्षर । उ॰—या कबित्त अंतरबरन लै तुकंत द्वै छंडि ।—भिखारी ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १६ ।