अकर्मण्य
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकर्मण्य वि॰ [सं॰] कुछ काम न करनेवाला । बेकाम । निकम्मा । आसली । उ॰—संघ ऐसे अकर्मण्य युवक को आर्य साम्राज्य के सिंहासन पर नहीं देखना चाहता ।—स्कंद॰ पृ॰ १४० ।
अकर्मण्य वि॰ [सं॰] कुछ काम न करनेवाला । बेकाम । निकम्मा । आसली । उ॰—संघ ऐसे अकर्मण्य युवक को आर्य साम्राज्य के सिंहासन पर नहीं देखना चाहता ।—स्कंद॰ पृ॰ १४० ।