अकलक

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकलक ^१ वि॰ [सं॰ अकलङ्क्] [संज्ञा अकलंकता, वि॰ अकलंकित] निष्कलक । दोषरहित । बेऐब । निर्दोष । बेदाग । उ॰— अस बिचारि सब तजहु असंका । सबाहि भाँति संकरु संकरु अकलंका ।—मानस, १ ।७२ ।