अकलुषित
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकलुषित वि॰ [सं॰] जो कलुषित न हुआ हो । पवित्र । उ॰— फिरन चाहौं धरा पै मैं धरि अकलुषित पाँव । धरि ह्वैहै सेज मेरी, बास सूनो ठाँव ।—बुद्ध च॰, पृ॰ ८६ ।
अकलुषित वि॰ [सं॰] जो कलुषित न हुआ हो । पवित्र । उ॰— फिरन चाहौं धरा पै मैं धरि अकलुषित पाँव । धरि ह्वैहै सेज मेरी, बास सूनो ठाँव ।—बुद्ध च॰, पृ॰ ८६ ।