अकाम
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अकाम ^१ वि॰ [सं॰] बिना कामना का । कामनाविर्हन । इच्छा- रहित । निस्पृह । उ॰—हमरें जान सदा सिव जोगी । अज अनवद्य अकाम अभोगी ।—मानस, १ ।८९ ।
अकाम ^२ पु क्रि॰ वि॰ [सं॰ अ+ हिं॰ काम] बिना काम के । निष्प्र- योजन व्यर्थ । उ॰—बिना मान नर जगत में धावत फिरे अकाम ।— (शब्द॰) ।
अकाम ^३ संज्ञा पुं॰ दुष्कार्म । बुरा काम (क्क॰) । उ॰—गज परयौ धरनि साहन सिँगार । कित्नी अकाम परताप पार-पृ॰ रा॰, ५ ।२४ ।