अकाय

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अकाय वि॰ [सं॰]

१. बिना शरीरवाला । देहरहित । उ॰—सत्त पुरुष एक रहै अकाया । अंस तास सोइ निरगुन आया ।— घट॰, पृ॰ २७४ ।

२. अशरीर । शरीर न धारण करनेवाला । जन्म न लेनेवाला ।

३. रूपरहित । निराकार । उ॰—माँगात बामन रूप धरि परबत भयौ अकाय । सत्त धर्म सब छाँडि के धरयौ पीठ पै पाया ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ १८१ ।

अकाय ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. कार्य का अभाव । अकाज । हर्ज । हानि ।

२. बुरा कार्य । कुकर्म । दुष्कर्म ।