अक्लान्त
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अक्लांत संज्ञा वि॰ [सं॰]
१. जो थका न हो । क्लांतिरहित । उ॰— भाभी की अक्लांत परिचर्या से प्रायः एक सप्ताह बाद मैं ज्वर— मुक्त हो गया' ।—जिप्सी, पृ॰ ५५३ ।२ । अम्लान जो मुर— झाया न हो (को॰) ।
अक्लांत संज्ञा वि॰ [सं॰]
१. जो थका न हो । क्लांतिरहित । उ॰— भाभी की अक्लांत परिचर्या से प्रायः एक सप्ताह बाद मैं ज्वर— मुक्त हो गया' ।—जिप्सी, पृ॰ ५५३ ।२ । अम्लान जो मुर— झाया न हो (को॰) ।