अक्षकर्ण

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अक्षकर्ण संज्ञा पुं॰ [सं॰] समकोण त्रिभुज में समकोण के सामने की भुजा, विशेषतया धूपघड़ी के लिये बनी त्रिभुजाकृत कर्ण रेखा, जिसकी छाया से समय का पता लगता है (ज्यौ॰) ।