अगत

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अगत ^१ पु नि॰ [सं॰ अगति] जहाँ गति न हो । अगम्य । —(क) उनकी मेहर से वे मिले सब जो अगत गाई जिनन । —संत तुरसी॰, पृ॰४३ ।

अगत ^२ अव्य॰ [सं॰ अग्रतः, प्रा॰ अग्गत] अगे चलो । हाथियों को आगे बाढ़ाने के लये महावतों द्वार प्रयुक्त शब्द । महावत लोग हाथी को आगे बढ़ाने के लिये 'अगत', 'अगत' कहते हैं ।

अगत ^३ पु † स्त्री॰ [सं॰ अगति] बुरी गति । दुर्दशा । दुर्गति । उ॰—मन प्रकार सुख शक्र लख जन रामा हरि बिन अगत । — राम॰ धर्म, पृ॰ २४५ ।