अगनी

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हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अगनी ^१ पु † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अग्नि] दे॰ 'अग्नि' । उ॰ —स्रवननि बचन सुनत भइ उनकै ज्यौं घृत नाए अगनी ।— सूर॰, १० ।४१२५ ।

अगनी ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अग्र] घोड़े के माथे पर की भौँरी या घूमे हुए बाल ।

अगनी ^३पु वि॰ [सं॰ अगणित] अनगिनत । असंख्य ।