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अगिन

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अगिन ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अग्नि] [क्रि॰ अगियाना] पु १ आग । उ॰—तुरी बीस ऐराक तेज अगिन पवन मन । — पृ॰ रा॰, १४ । २४ ।

२. गौरैया या बया के आकार की छोटी चिड़िया । विशेष—इसका रंग मटमैला होता है । इसकी बोली बहुत प्यारी होती है । लोग इसे कपड़े से ढँके हुए पिँजरें में रखते है ।

३. एक प्रकार की घास जिसमें नींबू की सी मीठी महँक रहतीं है । अगिया घास ।

अगिन ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अंगारिका] ईख से ऊपर का पतला नीरस भाग । अगौरी ।

अगिन ^३ वि॰ [सं॰ अ = नहीं + हि॰ गिनना] अंगणित । बेशुमार । उ॰—साँब को लक्ष्मणा सहित लाए बहुरि, दियो दायज अगिन गिनी न जाई । —सूर (शब्द॰) ।