अगुन

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अगुन ^१पु वि॰ [सं॰ अगुण]

१. सत्व रज तम आदि गुणों से रहित । निर्गुण । उ॰—अगुन सगुन दुइ ब्रह्म सरूपा ।—मानस, १ । २३ । २ अनाड़ी । बेहुनर । निर्गुणी । उ॰—अगुन अमान जानि तोहिँ दीन्ह पिता बनवास ।—मानस, ६ । ३० ।

अगुन ^२पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ अगुण] दे॰ 'अगुण' २ । उ॰—खल अघ अगुन साधु गुनगाहा ।—मानस, १ । ६ ।