अग्निचयन
हिन्दी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अग्निचयन संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. यज्ञार्थ अग्नि को रखना । अग्न्याध्यान ।
२. अग्न्याध्यान कार्य में प्रयुक्त होनेवाले मंत्र [को॰] ।
अग्निचयन संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. यज्ञार्थ अग्नि को रखना । अग्न्याध्यान ।
२. अग्न्याध्यान कार्य में प्रयुक्त होनेवाले मंत्र [को॰] ।