अग्नीध्र

विक्षनरी से

हिन्दी

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

अग्नीध्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. यज्ञ में ऋविकविशेष जिसका काम अग्नि की रक्षा करना हे ।

२. स्वायंभुव मनु के पुत्र एक राजा का नाम ।

३. मनु के पुत्र राजा प्रियव्रत का बेटा । उ॰— प्रियव्रत के अग्नीध्र सू भयौ । —सूर॰, ५ । २ । ४ । दे॰ 'आग्नीध्र' ।